ऐ खुदा जब कुछ ना हो रहा हो तो बारिश ही हो जाये
मेरे अश्को को राह मिल जाये,ऐ खुदा बारिश हो जाये ||

फुहारों को थामने की कोशीश मैंने की है|
आँसुओ को छुपाने की कोशिश  मैंने की है||

परिंदो की आहट से घोसले आबाद हो चले है
पेड़ दरख्त सभी आशियाने हो चले  है||

ये आफ़ताब भी अब ढलने को है, या खुदा बारिश होने को है ||
तेरी इनायत को में देख रहा हूँ, या खुदा मैं बारिश देख रहा हूँ||